श्री पवन कुमार 1990 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं एवं उन्होंने श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से एम.कॉम की पढ़ाई पूरी की है। उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के वाणिज्य विभाग से लेखा व वित्त क्षेत्र में एम.फिल भी किया है। इसके अतिरिक्त वे भारतीय लागत एवं कार्य लेखाकार संसथान के फेलो मेंबर भी हैं। उन्होंने दिल्ली में आयकर विभाग में सहायक आयकर आयुक्त के तौर पर पद भार ग्रहण किया।
उन्होंने वर्ष 2002 से वर्ष 2008 तक कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय में प्रतिनियुक्ति पर निदेशक के तौर पर काम किया। वे गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय की स्थापना, एमसीए-21 कार्यक्रम के निष्पादन एवं कॉर्पोरेट अभिशासन हेतु राष्ट्रीय प्रतिष्ठान की स्थापना में भी शामिल रहे। वर्ष 2009-12 की अवधि में, उन्होंने राजस्व विभाग, वित्त मंत्रालय में निदेशक (कर नीति) के तौर पर पदभार ग्रहण किया। वे अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक धोखाधड़ी के संकेतक पर काम करने वाले यूएनसीआईटीआरएएल द्वारा गठित एक अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह के सदस्य भी रहे।
उन्होंने पंजाब, हिमाचल प्रदेश एवं राजस्थान में आयुक्त आयकर के तौर पर भी काम किया जहां उन्होंने कॉर्पोरेट एवं गैर-कॉर्पोरेट अपीलीय संबधी मामलों का निपटारा किया। उन्हें कर लेखांकन मानक तैयार करने के लिए सीबीडीटी द्वारा गठित समिति के सदस्य के तौर में नियुक्त किया गया था। वे आय संगणना एवं प्रकटीकरण मानक-एमएटी मुद्दे संबंधी समिति के सदस्य भी रहे हैं।
आईआईएफसीएल में पदभार ग्रहण करने से पूर्व, वे आईबीबीआई में कार्यपालक निदेशक के तौर पर काम कर रहे थे एवं ऐसे आईबीसी पारिस्थितिकी तंत्र में सेवा प्रदाताओं के पंजीकरण, निगरानी व निरीक्षण से संबंधित काम देख रहे थे जिसमें दिवाला पेशेवर, पंजीकृत मूल्यांकनकर्ता, दिवाला पेशेवर एजेंसियां, पंजीकृत मूल्यांकनकर्ता संगठन एवं सूचना उपादेयता शामिल थे।